बहुत समय पहले की बात है, एक सुंदर और हरे-भरे गाँव में एक नन्ही लड़की, नेहा, रहती थी। नेहा को फूलों से बेहद प्यार था और वह हर दिन जंगल में जाकर नए-नए फूलों की तलाश करती थी। एक रात, उसने देखा कि आसमान में चाँद की रौशनी से सब कुछ जगमगा रहा है।
नेहा ने चाँद की ओर देखते हुए कहा, "चाँद, क्या तुम मुझे कोई जादुई फूल दे सकते हो?" तभी अचानक, एक हल्की आवाज आई, "यदि तुम सच्चे दिल से चाहोगी, तो मैं तुम्हें एक जादुई फूल दूंगी।"
नेहा हैरान हो गई और तुरंत जंगल की ओर दौड़ी। वहाँ उसने एक सुनहरी रौशनी देखी, जो उसे एक विशेष फूल की ओर ले जा रही थी। जब वह उस फूल के पास पहुँची, तो वह एक चमकदार चाँद का फूल था, जो रात में खिलता था।
जैसे ही नेहा ने उस फूल को छूआ, उसे एक अद्भुत अनुभूति हुई। फूल ने कहा, "मैं तुम्हारी सभी इच्छाएँ पूरी कर सकता हूँ, लेकिन तुम हमेशा अच्छे कार्य करो।"
नेहा ने उस फूल को अपने घर ले जाकर उसकी सुंदरता को सबके साथ साझा किया। गाँव वाले उसकी बात सुनकर हैरान रह गए और नेहा ने गाँव में खुशियों का संचार करना शुरू कर दिया। वह गरीबों की मदद करने लगी, और जहाँ भी जाती, खुशियाँ बाँटती।
कुछ समय बाद, गाँव में एक संकट आया। अचानक बारिशें बंद हो गईं और सूखा पड़ गया। सभी लोग चिंतित थे। नेहा ने चाँद के फूल की मदद लेने का सोचा। उसने फूल को छूकर कहा, "कृपया, हमारे गाँव को पानी दो।"
फूल ने कहा, "सच्चे दिल से प्रार्थना करो।" नेहा ने अपनी आँखें बंद कीं और दिल से प्रार्थना की। तभी आसमान में बादल छा गए और तेज़ बारिश होने लगी। गाँव में सभी ने खुशी मनाई और नेहा को धन्यवाद दिया।
इस घटना के बाद, गाँव के लोग नेहा को "चाँद की रानी" कहने लगे। नेहा ने समझा कि जादू केवल फूलों में नहीं, बल्कि अच्छे कार्यों और सच्चे दिल में होता है।
इस तरह, नेहा ने अपने गाँव में खुशियाँ फैलाने का संकल्प लिया और चाँद के फूल ने हमेशा उसकी मदद की।